Facts About तरबूज के रस के फायदे Revealed

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पानी के लिए स्थानापन्न के लिए धन्यवाद हे क्योंकि इसमें प्राकृतिक शर्करा और खनिक की उपस्थिति

योग और फिटनेस फिटनेस के तरीके योग अध्यात्म बजन बढ़ाना वजन घटाना

सिट्रीलिने और पानी की उपस्थिति बालों के विकास को बढ़ावा देती है

प्रसव के पहले प्रसव के बाद बेसिक शिशु बच्‍चे रिलेशनशिप

वजन घटान के लिए भी तरबूज के फायदे बहुत हैं। यदि आप सोच रहे हैं कि स्वाभाविक रूप से वजन कैसे कम किया जाए, तो इस स्वस्थ फल को अपने वजन घटाने के आहार में शामिल करने से न चूकें। चूंकि इस फल में ज्यादातर पानी होता है, यह आपको तृप्ति का एहसास देता है और यह आपके पसंदीदा भोजन पर नाश्ता करने से आपकी भूख को कम करेगा। इसलिए, यदि आप हल्का होना चाहते हैं, तो आपको इस रसदार फल को अपने वजन घटाने के आहार में शामिल करने के लिए एक बिंदु बनाने की आवश्यकता है।

तरबूज फल के रस का गरारा करने से कण्ठ रोग में लाभ होता है। बेहतर लाभ के लिए किसी आयुर्वदिक चिकित्सक से जरूर परामर्श लें। ( और पढ़ें: कंठ रोग में वन तुलसी के फायदे )

तपती गर्मी में सिरदर्द होने पर आधा-गिलास रस सेवन से लाभ।

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गर्मी के मौसम में तरबूज खाना बहुत फायदेमंद होता है। इस फल में पोषण और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। तरबूज में काफी मात्रा में पानी होता है। यह बॉडी को हाइड्रेट रखता है। अगर आप तरबूज को चबाकर खाते हैं तो इसके लाभ दुगुने हो जाते हैं।

मैदानी क्षेत्रों में- मध्य फरवरी-मध्य मार्च।

यह सामग्री क्रियेटिव कॉमन्स ऍट्रीब्यूशन/शेयर-अलाइक लाइसेंस के तहत उपलब्ध है;

यह चेहरे की सूजन, एनाफिलेक्सिस और शरीर पर चकत्ते का कारण भी बनता है

गर्भावस्था के दौरान तरबूज़ का बड़ी मात्रा में सेवन रक्त में शर्करा के स्तर को बढ़ा देता है जिससे here गर्भवती महिलाओं को गर्भावधि मधुमेह की संभावना बढ़ जाती है। तो गर्भवती महिलाओं को कुछ महीनों के लिए तरबूज खाना बंद कर देना चाहिए। (और पढ़ें - गर्भावस्था के दौरान पेट दर्द और प्रेग्नेंट होने के उपाय)

मैदानी क्षेत्रों में इसकी बुवाई समतल भूमि में या डौलियों पर की जाती है, जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में बुवाई कुछ ऊँची उठी क्यारियों में की जाती है क्यारियाँ २.५० मीटर चौङी बनाई जाती है उसके दोनों किनारों पर १.५ सेमी० गहराई पर ३-४ बीज बो दिये जाते है थामलों की आपसी दूरी भूमि की उर्वरा शक्ति पर निर्भर करती है वर्गाकार प्रणाली में ४ गुणा १ मीटर की दूरी रखी जाती है पंक्ति और पौधों की आपसी दूरी तरबूज़ की किस्मों पर निर्भर करता है। ↑ वेबदुनिया पर ↑ "ताराकाश डॉट कॉम पर".

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